Monday, 25 December 2023

मेरी क़ोशिशे.....!





 मैं क़ोशिशे करता रहता हूँ उनको पाने की, वो आज़माइशे करते रहते है मुझसे दूर जानें की। 

कभी वक़्त मिले मेरे बारे में सोंचने का, 

.... मेरी जान.... 

तो बस इतना ही याद ऱखना कोई था, जो क़ोशिश करता रहता था सिर्फ़ मुझें समझनें की।। 




Friday, 22 December 2023

             फ़र्क नहीं पड़ता.....!








उनको फ़र्क नहीं पड़ता मेरे होने या न होने से,

एक और साल बीत जाएगा एक तरफ़ा इश्क़ करते - करते,

उन्हें क्या ही फ़र्क पड़ेगा मुझे खोने से, 

इसलिए ख़ुद से कुछ वायदे कर रहा हूँ ,ये साल ख़त्म होते होते।




Monday, 4 December 2023

 

क़िस्मत का अफ़साना...!






मैं बसाना चाहता हूँ अपनी ज़िंदगी में तुझे, हमेशा चपकाये रखना चाहता हूँ अपनी बाँहों में तुझे,

ये मेरी हसरतें पूरी होंगी भी या नहीं, ये पता नहीं मुझे, 

कभी क़िस्मत साथ नहीं होती मेरे और कभी तुम पास नहीं होती मेरे।








            इश्क़ का फूल ....!






हम वो फूल है जो अपनों की ख़ुशी के लिए ख़ुद को मुरझाना जानते हैं।

हम तो......, वो फूल है जो अपनों की ख़ुशी के लिए ख़ुद को मुरझाना जानते हैं,

और इश्क़ में तो ....मेरी जान... टूट कर बिखरना जानते हैं।।




Wednesday, 29 November 2023



           इश्क़ की झलक....!




मेरा ख़ुशी का ठिकाना न रहा जब इश्क़ ने मोहब्बत को देखने की इक्छा ज़ाहिर की। 

हम तो फ़ना हो गए इश्क़ में ,जब उनकी हल्की सी झलक मेरी नज़रों के सामने दिखाई दी।




Saturday, 25 November 2023

          

              दर्द से रूबरू....!






हम दर्द से रूबरू होते रहे, वो दर्द से वाक़िफ़ होकर भी नज़रअंदाज़ करते रहें । 

हम दोनों इश्क़ में है ये जानते हुए भी...हम दोनों इश्क़ में है ये जानते हुए भी । 

वो हर बार बेरुख़ी करते रहें ।






Wednesday, 22 November 2023

        सफ़रनामा...!





ज़िंदगी रूठती है मैं मनाता हूँ, मोहब्बत में उसका नाम गुनगुनाता हूँ। 

कभी कभी रूठता हूँ कभी सुनाता हूँ मोहब्बत के इस सफ़र में सिर्फ तुमको ही चाहता हूँ।। 





Saturday, 4 November 2023

 

        इश्क़ की आज़माइशें .... !




वो हर राह पर आज़माते रहे हमे, कभी अंदर, कभी बाहर से प्यार जताते रहे हमे..... 

वो हर राह पर आज़माते रहे हमे,

 कभी अंदर, कभी बाहर से प्यार जताते रहे हमे। 

वो धीरे-धीरे अपनी ज़िन्दगी से, मिटाते रहे हमे।।








Friday, 27 October 2023

 

                तेरा नशां ... !

             



काफ़ी अरसे बाद बात हुई उनसे, मुलाकात तो नहीं, पर उनके जज़्बात बयां हुए हमसे।

वो इश्क़ में है उनको ख़बर भी है मोह्हबत के नशें से बेख़बर भी है।





उनको मोह्हबत में अपनी तड़प का अंदाज़ा है, मोह्हबत में उनको मेरा ,मेरा उनका तकाजा है। 

वो इश्क़ करना चाहते है बड़े अदब के साथ, हम उनसे इश्क़ निभाना जानते है मोह्हबत के साथ।।  





Friday, 20 October 2023


             मेरे उसूल, मेरा इश्क़ .....!





 उसूलों का पक्का हूँ, वादों का सच्चा हूँ।

जो बोलता हूँ वो करता हूँ, आपको पाने के लिए हर दर्द सहता हूँ।

जिसको ज़माना कहता है इश्क़।

....मेरी जान....

वही मैं सिर्फ आप से करता हूँ।










         हुस्न की गुस्ताख़ निगाह....!




 गुस्ताख़ निगाह आपकी थी, इल्ज़ाम हम पर लगे |

हम इश्क़ में थे, इसलिए इंतज़ार करते रहे ||

मुझको ख़बर भी न हुई, ....मेरी जान....

कि आप पहले ही वादें तोड़ फ़रार होने को निकल पड़े ||









Monday, 16 October 2023


                     ख़ुदग़र्ज इश्क़...!




हम इश्क़ में थे वो ख़ुदग़र्ज समझ बैठें,

हम इश्क़ में थे वो ख़ुदग़र्ज समझ बैठें,

 हम दर्द में थे वो बेदर्द समझ बैठें,


उसने कहा वक़्त के साथ सारे ज़ख़्म ठीक हो जाते है,

हमने भी उनसे कह दिया तुम कहते हो तो मान लेते है....

 ".....मेरी जान....." 

मग़र मोह्हबत में लगे हर ज़ख़्म वक़्त के साथ ठीक तो नहीं पर नासूर ज़रूर हो जाते है। 









Thursday, 5 October 2023



तेरे इंतज़ार में.....!






हमने राते गुज़ार दी तेरे इंतज़ार में ,

हमने सोना भी छोड़ दिया तेरे प्यार में ,

अब नींद भी नहीं रहीं इन आँखों में,

एक अज़ब सी क़शिश थी तेरे बातों - बातों में किये गए इज़हार में,

और फिर इंकार में, अब यही याद कर-कर गुज़ार रहा हूँ दिन, सिर्फ़ तेरे इंतज़ार में... 





Thursday, 28 September 2023

                   


                         कच्चे धागे.....!





तेरे जाने का गम तो है, पर ख़ुशी इस बात की है मुझें, कि तू ख़ुश है। 

मुझें छोड़ने का तुझें कोई फ़र्क नहीं, 

तो न सही,

पर तुमसे मोह्हबत करने का गुरुर मुझमे आज भी है।। 






Tuesday, 26 September 2023



                तेरे जाने का ग़म....!





 मुझको चाहने की सजा मिली, उसको जाने की वज़ह मिली। 

दिल टूटा उसका भी, दिल टूटा मेरा भी,

फ़र्क सिर्फ़ इतना था दोनो के बिछड़ने में, 

उसने मोहब्बत में मुझको कमाया नहीं मैंने उसको कभी गवाया नहीं।







Friday, 22 September 2023



              गुस्ताख़ियां....!






हम नादान थे, जो उनकी गुस्ताख़ियों को माफ़ करते गए, 

हम नादान थे, जो उनकी गुस्ताख़ियों को माफ़ करते गए, 

और एक वो थे, जो खुद की गुस्ताख़ियों के लिए हमे साफ़ करते गए ।। 


यूँ तो बहुत हुई गुस्ताख़ियां उनसे ता उम्र.....

यूँ तो बहुत हुई गुस्ताख़ियां उनसे ता उम्र, 

वो गुस्ताख़ियों से सीख लेते लेते, हमे ही गुस्ताख़ बता गए।।







Thursday, 21 September 2023



 क़िस्मत की लकीरें....!






मेरे हांथों की लकीरें कुछ टूटी - टूटी सी है, मेरी क़िस्मत मुझसे इस तरह से रुठीं है।

और वो जो मेरी ज़िन्दगी है,

और वो... जो मेरी ज़िन्दगी है,

वो अपने ही दिल - ओ - दिमाग़ के उधेड़बुन फसीं बैठी है।। 







Tuesday, 12 September 2023

 न समझ की समझदारी...!





वो समझ कर न समझ बनते रहे, हमारे दिल के वो हजारों टुकड़े करते रहे....

जिसे हम इश्क़ समझते रहे, वो हमारे जज़्बातों से ख़ेल कर टाइम पास करते रहे... 





Friday, 8 September 2023

  मेरी हसरतें....!




मेरी कुछ हसरतें थी आपसे, इस इश्क़ में...

मेरी कुछ हसरतें थी आपसे, इस इश्क़ में.....

इश्क़ तो दफ़न कर दिया आपनेइस इश्क़ में...

अब सिर्फ़ हसरतें ही रह गई मेरी, इस इश्क़ में.....! 



Monday, 28 August 2023

एक तरफ़ा मोहब्बत...!




न कभी फ़क़त मिला, न कभी वक़्त मिला, जब जब चाहा मैंने, मुझे वो तेरा सकून वाला साथ न मिला।

न कभी दिल मिला, न कभी दिलदार मिला, हरबार चाहा मैंने तुझे, मगर मुझे वो तेरा प्यार न मिला।।

Saturday, 12 August 2023


    आहिस्ते आहिस्ते...!




जब निकल गयी मेरे जिस्म से जीते जी रूह मेरी, तब मेरी आह सी निकल गयी। 

मुझे पता भी नहीं चला कि कब चुटकियों में मेरी जान चली गयी।।

Friday, 11 August 2023


हक़ की बातें...!




हम पल - पल उनको समझते हुए समझाते रहे, वो हल पल न समझ होते गए। 

हम उनके हक़ में सारे फ़ैसले लेते रहे, वो हमारा ही हक़ हमसे छीनते गए।

Friday, 4 August 2023

 

ये ख़ुदग़र्ज़ियाँ...!




वो खुदगर्ज़ से हो गए अपनी की चाह में, वो दुनियाँ से बेख़बर से होते गए अपनी राह में।

मैंने पूछा, क्या अब भी है मोहब्बत हमसे ? वो शर्मिंदा से हो गए हमारी आँखों से आँखे मिला के।।

Thursday, 20 July 2023

" अनकहे शब्द...! "

 


" जो मैंने कहा नहीं वो आपने  सुना नहीं, इसका ये मतलब नहीं, मुझे आपसे चाह नहीं। 

और जो कहा वो आपने सुन कर भी सुना नहीं, दर्द दोनों में हुआ मुझे, बस वो आपको कभी दिखा नहीं। "

Tuesday, 4 July 2023

 

बारिश और तुम !



उस बारिश का अहसास आज भी है मुझे, आपके साथ बिताये वो पल याद आज भी है मुझे। 

जब-जब बारिश की बूँद गिरती ही है ज़मी पे, ज़मी बारिश की बूँदों से ज़्यादा मेरी आँखों से हो जाती है नम।