Friday, 20 October 2023



         हुस्न की गुस्ताख़ निगाह....!




 गुस्ताख़ निगाह आपकी थी, इल्ज़ाम हम पर लगे |

हम इश्क़ में थे, इसलिए इंतज़ार करते रहे ||

मुझको ख़बर भी न हुई, ....मेरी जान....

कि आप पहले ही वादें तोड़ फ़रार होने को निकल पड़े ||









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