तेरे जाने का ग़म....!
मुझको चाहने की सजा मिली, उसको जाने की वज़ह मिली।
दिल टूटा उसका भी, दिल टूटा मेरा भी,
फ़र्क सिर्फ़ इतना था दोनो के बिछड़ने में,
उसने मोहब्बत में मुझको कमाया नहीं मैंने उसको कभी गवाया नहीं।
No comments:
Post a Comment