आहिस्ते आहिस्ते...!
जब निकल गयी मेरे जिस्म से जीते जी रूह मेरी, तब मेरी आह सी निकल गयी।
मुझे पता भी नहीं चला कि कब चुटकियों में मेरी जान चली गयी।।
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