किस्मत-ऐ-दास्तां......!
कभी मिले जो मौत से किसी राह में, तो सुनाएंगे अपनी किस्मत-ऐ-दास्तां उसे,
दर्द होगा शायद उसे, पर हस्ता जाऊंगा मैं,
क़िस्मत मान कर अपनी, बस चलता चला जाऊंगा उसके साथ में मैं।
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