Monday, 1 January 2024

 

बढ़ती दूरियां.....!






मेरा वक़्त हो रहा है जानें का, 

उनका वक़्त नहीं ख़त्म हो रहा हैं मुझे आज़माते रहने का। 

दूरियां बढ़ रही हैं धीऱे - धीऱे ,

 ...... मेरी जान ......  

क्या कभी आपको भी फ़र्क पड़ेगा मेरे होने या न होने का।








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