ज़िंदगी की दौड़......!
कुछ कहना था ,कुछ सुनना था।
कुछ बताना था, कुछ समझना था।
.....ऐ ज़िंदगी.....
ज़िंदगी की दौड़ में, उसे अपने साथ आगे बढ़ाना था।
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