Friday, 27 October 2023

 

                तेरा नशां ... !

             



काफ़ी अरसे बाद बात हुई उनसे, मुलाकात तो नहीं, पर उनके जज़्बात बयां हुए हमसे।

वो इश्क़ में है उनको ख़बर भी है मोह्हबत के नशें से बेख़बर भी है।





उनको मोह्हबत में अपनी तड़प का अंदाज़ा है, मोह्हबत में उनको मेरा ,मेरा उनका तकाजा है। 

वो इश्क़ करना चाहते है बड़े अदब के साथ, हम उनसे इश्क़ निभाना जानते है मोह्हबत के साथ।।  





Friday, 20 October 2023


             मेरे उसूल, मेरा इश्क़ .....!





 उसूलों का पक्का हूँ, वादों का सच्चा हूँ।

जो बोलता हूँ वो करता हूँ, आपको पाने के लिए हर दर्द सहता हूँ।

जिसको ज़माना कहता है इश्क़।

....मेरी जान....

वही मैं सिर्फ आप से करता हूँ।










         हुस्न की गुस्ताख़ निगाह....!




 गुस्ताख़ निगाह आपकी थी, इल्ज़ाम हम पर लगे |

हम इश्क़ में थे, इसलिए इंतज़ार करते रहे ||

मुझको ख़बर भी न हुई, ....मेरी जान....

कि आप पहले ही वादें तोड़ फ़रार होने को निकल पड़े ||









Monday, 16 October 2023


                     ख़ुदग़र्ज इश्क़...!




हम इश्क़ में थे वो ख़ुदग़र्ज समझ बैठें,

हम इश्क़ में थे वो ख़ुदग़र्ज समझ बैठें,

 हम दर्द में थे वो बेदर्द समझ बैठें,


उसने कहा वक़्त के साथ सारे ज़ख़्म ठीक हो जाते है,

हमने भी उनसे कह दिया तुम कहते हो तो मान लेते है....

 ".....मेरी जान....." 

मग़र मोह्हबत में लगे हर ज़ख़्म वक़्त के साथ ठीक तो नहीं पर नासूर ज़रूर हो जाते है। 









Thursday, 5 October 2023



तेरे इंतज़ार में.....!






हमने राते गुज़ार दी तेरे इंतज़ार में ,

हमने सोना भी छोड़ दिया तेरे प्यार में ,

अब नींद भी नहीं रहीं इन आँखों में,

एक अज़ब सी क़शिश थी तेरे बातों - बातों में किये गए इज़हार में,

और फिर इंकार में, अब यही याद कर-कर गुज़ार रहा हूँ दिन, सिर्फ़ तेरे इंतज़ार में...